Saturday, 11 October 2014

आज पीएम ने शुरू की सांसद आदर्श ग्राम योजना, कार्यक्रम में नहीं आया शिवसेना का कोई सांसद

आज पीएम ने शुरू की सांसद आदर्श ग्राम योजना, कार्यक्रम में नहीं आया शिवसेना का कोई सांसद.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत हर सांसद को एक गांव गोद लेना होगा. नई दिल्ली के विज्ञान भवन में योजना की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि हर एमपी के नेतृत्व और प्रयत्न से एक साल में 800 गांवों का कायाकल्प होगा.
सांसद आदर्श ग्राम योजना कार्यक्रम में बीजेपी-शिवेसना की दूरी साफ नजर आई. इस कार्यक्रम में शिवसेना का एक भी सांसद नहीं पहुंचा. जबकि कांग्रेस के 3 सांसद कार्यक्रम में शरीक हुए.

मोदी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर इस योजना की शुरुआत की. योजना के तहत हर सांसद एक गांव को गोद लेगा. लेकिन शर्त ये है कि जो सांसद जो भी गांव चुनेंगे वो गांव सांसद या उनकी पत्नी का नहीं होगा. इस योजना का ब्लू प्रिंट ग्रामीण विकास मंत्रालय ने तैयार किया है.

'हुक्म से नहीं, प्रेरणा से कराएं काम'

पीएम ने सांसदों से कहा कि वे वोट, जाति और सभी बंधन से ऊपर उठकर गांव का विकास करें, लेकिन ससुराल या अपना गांव गोद ना लें. मोदी ने कहा कि हुक्म से नहीं, प्रेरणा से काम कराएं. उन्होंने कहा, 'ये रुपए पैसे वाली योजना नहीं है, बल्कि लोगों की भागीदारी की योजना है. इसे इसी सोच के साथ आगे बढ़ाया जाए.'
मोदी ने कहा कि यदि करीब 800 सांसद साल 2019 तक तीन-तीन गांवों का विकास करें तो 2500 गांवों का विकास हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'मैं भी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक गांव का चयन करूंगा. दिशानिर्देश मिले हैं, इस पर विचार करेंगे और फैसला लेंगे. मुझे भी एक गांव गोद लेना है. वाराणसी के लोगों से बात करूंगा, गांव जाऊंगा, उसके बाद तय करुंगा कि कौन सा गांव गोद लेना है.' नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार 14 अक्टूबर को वाराणसी जा रहे हैं.
पीएम ने कहा कि देश के विकास का मॉडल आपूर्ति से संचालित है. हम इसे बदलकर मांग से संचालित बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'आइए, ऐसा माहौल बनाएं जहां हर किसी को अपने गांव पर गर्व see more
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